राजपुर विधानसभा क्षेत्र में भी चुनावी माहौल गरम है। इस सीट पर कांग्रेस और जेडीयू के बीच आमतौर पर कड़ी टक्कर देखी जाती है।
Written By: Jyoti Tiwari
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की सरगर्मी तेज होती जा रही है और राजपुर (SC) विधानसभा सीट पर भी राजनीतिक हलचल चरम पर है। यह सीट परंपरागत रूप से कांग्रेस और जेडीयू के बीच कड़ी टक्कर के लिए जानी जाती है। जैसे-जैसे चुनाव करीब आ रहा है, सभी प्रमुख दलों के संभावित उम्मीदवार जनता के बीच सक्रिय होते नजर आ रहे हैं।
राजपुर सीट का परिचय:
राजपुर विधानसभा सीट अनुसूचित जाति (SC) के लिए आरक्षित है और यह बक्सर जिले में स्थित है। यह बक्सर लोकसभा क्षेत्र की छह विधानसभा सीटों में से एक है। इस क्षेत्र में दलित मतदाताओं की संख्या अन्य जातीय समूहों की तुलना में अधिक है, जिससे चुनावी समीकरणों में इनकी भूमिका निर्णायक हो जाती है।
वर्ष 2020 में इस सीट पर 3,24,038 मतदाता दर्ज थे।
चुनावी इतिहास: कौन रहा भारी?
2020: कांग्रेस के विश्वनाथ राम ने जेडीयू के संतोष कुमार निराला को 21,204 वोटों से हराकर सीट पर कब्जा किया।
2015: जेडीयू के संतोष कुमार निराला ने जीत दर्ज की, जबकि बीजेपी से विश्वनाथ राम दूसरे स्थान पर रहे।
2010: जेडीयू के निराला ने एलजेपी के छेदी राम को हराया।
2005 और 2000: क्रमशः जेडीयू और बसपा के खाते में सीट गई।
1995: सीपीआई ने इस सीट पर जीत दर्ज की थी।
इससे साफ है कि राजपुर सीट पर वोटर लगातार बदलते रुझान दिखाते आए हैं और किसी एक पार्टी का स्थायी दबदबा नहीं रहा है।
इस बार का चुनाव क्यों है खास?
2025 के चुनाव में मुकाबला और ज्यादा रोचक होने की संभावना है:
एनडीए में चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) की भागीदारी से समीकरण बदल सकते हैं।प्रशांत किशोर की जनसुराज पार्टी पहली बार चुनाव मैदान में उतर रही है और खासकर दलित समुदाय में बढ़ते उनके प्रभाव को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।इसके साथ ही कुछ स्वतंत्र उम्मीदवारों की उपस्थिति भी मुकाबले को त्रिकोणीय या बहुकोणीय बना सकती है।राजपुर सीट पर इस बार का चुनाव जातीय समीकरणों, जनसंपर्क और नए चेहरों की रणनीति के बीच जोरदार टक्कर वाला होगा।
राजपुर विधानसभा सीट 2025 के चुनाव में एक बार फिर से हॉट सीट बनने जा रही है। क्या कांग्रेस अपने गढ़ को बरकरार रख पाएगी या जेडीयू फिर से वापसी करेगी? या फिर कोई नया चेहरा बाजी मार लेगा? यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा, लेकिन इतना तय है कि राजपुर की जंग बेहद दिलचस्प होगी।